CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT हिंदी कहानी मजेदार

Considerations To Know About हिंदी कहानी मजेदार

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हिन्दी कहानी

खरगोश को देखकर सिंह ने क्रोध से लाल-लाल आँखे करके गरजकर कहा- ”अरे खरगोश, एक तो तू छोटा हैं और इतनी देर लगाकर आया हैं, आज तुझे मारकर कल जंगल के सारे पशुओ की जान ले लूँगा.

और ये तो पराए मर्द के साथ मजे ले रही हैं.

देवी की बातों को सुनकर मोर समझ गया कि दूसरों से तुलना नहीं करनी चाहिए बल्कि खुद के हुनर की सराहना करनी चाहिए और उसे और निखारना चाहिए। मोर उस दिन समझा कि हर व्यक्ति किसी न किसी तरह से यूनिक होता है।

जंगली जानवरों पर आधारित ये स्टोरी छोटे से जानवर की बुद्दिमता से किस तरह एक जंगल के सभी निवासियों की समस्या का सदा-सदा के लिए समाधान कर देता हैं, इस कहानी से हमे प्रेरणा मिलती हैं,

श्रीकृष्ण और सुदामा बचपन के मित्र थे. श्रीकृष्ण का सम्बन्ध धनाढ्य परिवार से था. वह यदुवंशी क्षत्रिय थे. सुदामा एक निर्धन ब्राह्मण के पुत्र थे.

एक तालाब में तीन मछलियाँ रहती थीं। वे काफी अच्छे दोस्त थे और सब कुछ एक साथ किया करते थे।

इस प्रकार ऊपर की सब बातचीत तथा भोजन करने में दो घंटे लग गये.

अनोखी सूझ कहानी से शिक्षा– जिसके पास बुद्धि हैं उसी के पास बल हैं, इसके लिए संस्कृत में एक सूक्ति (कहावत) हैं.

वे बोले भूमि का निर्णय हो जाए फिर आपकों डटकर खाना खिलाएगे.

एक कहता यह भूमि मेरी हैं और मैं इसका स्वामी हूँ, जबकि दूसरा उस भूमि को अपना बतला रहा था.

विनम्र रहें और यह कभी न भूलें कि शरीर का आकार मायने नहीं रखता है, बल्कि आपकी अंदर की शक्ति ही जरुरत आने पर काम आती है।

और बीते वर्षो की सूनी जिन्दगी की दासता सुनानी लगी, मगर उस युवक का ध्यान तो बिस्तर पर लेटे युवक पर था.

कुछ समय बाद वहा से ऊंटों का झुण्ड गुजरा. कुरज ने ह्रदय चिर देने वाली करुण स्वर में विनती की.

दोनों महात्मा जी के चरणों में गिरकर अपनी गलती की क्षमा मांगी. उसी दिन से सबके साथ प्रेम का व्यवहार करते हुए अपने समय को भजन भक्ति में लगाते हुए अपने जीवन सफल करने लगे.

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